हरियाणाः लॉकडाउन से एनएचएम-ठेका कर्मियों के सामने रोटी का संकट, उद्योगों पर कार्रवाई की तैयारी
कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य विभाग के 14 हजार एनएचएम कर्मचारियों व पांच हजार से ज्यादा ठेका कर्मचारियों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इन्हें तीन महीने से वेतन ही नहीं मिला है। वेतन न मिलने से बंद के दौरान दुकानदार राशन भी उधार देने से मना कर रहे हैं। इन कर्मचारियों को बार-बार आग्रह करने के बावजूद पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा उपकरण भी नहीं दिए जा रहे हैं। एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा व सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने 30 मार्च को मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर जल्दी बकाया वेतन का भुगतान व सुरक्षा के आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने की मांग की थी।
लेकिन, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से इन बीस हजार से ज्यादा कर्मचारियों में नाराजगी है। कर्मचारियों की नारजगी को ध्यान में रखते हुए सर्व कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जल्दी से जल्दी बकाया वेतन का भुगतान करने व सुरक्षा के पर्याप्त उपकरण देने की मांग की है। सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष लांबा, महासचिव सतीश सेठी व राजेंद्र प्रसाद बाटू ने बताया कि एनएचएम कर्मचारी मरीजों की स्क्त्रस्ीनिंग, सैंपल कलेक्शन, आइसोलेशन वार्ड में देखभाल व उपचार, क्वारंटीन किए गए मरीजों की देखभाल, संभावित कोरोना मरीज को एम्बुलेंस से अस्पताल तक पहुंचाने से लेकर दवाई वितरण का काम कर रहे हैं।
इन कर्मचारियों को समय पर वेतन देना चाहिए। एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रधान रिहान रजा ने सकसं को बताया है कि एनएचएम कर्मचारियों का सेवा नियम अनुसार तीन महीने से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है। वेतन भी टुकड़ों में दिया जाता है। यह वेतन कभी भी समय पर नही मिलता। एनएचएम कर्मचारियों को कोरोना वायरस संक्त्रस्मण से बचने के लिए जरूरी सुरक्षा उपकरण तक नहीं दिए गए हैं। यह काफी गंभीर मामला है। एनएचएम कर्मचारी संघ हरियाणा ने इन परेशानियों को लेकर माननीय मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर अवगत भी कराया था। लेकिन, अभी तक न तो बकाया वेतन मिला और न ही सुरक्षा किट मिली है।
सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेश कुमार शास्त्री, उप महासचिव सबिता व उप प्रधान सीलक राम मलिक ने भी एनएचएम व ठेका कर्मचारियों को जल्दी वेतन देने की मांग की है ताकि वे संकट के समय परिवार का पालन पोषण कर सकें।