डॉ. बोले- कोरोना के मरीज को दी जा सकती है एचआईवी की दवाई, नाको ने मंजूरी दी तो करेंगे इस्तेमाल
कोरोना और एचआईवी के वायरस में समानता है। इसलिए पॉजिटिव मरीज को यह दवा दी जा सकती है। इसके लिए नाको से अनुमति मांगी जा रही है। हरियाणा में एनसीओवी के प्रमुख नोडल अधिकारी एवं एचओडी पीजीआईएमएस डॉ. ध्रुव चौधरी ने यह जानकारी दी।
इसके अलावा पीजीआईएमएस रोहतक में थ्री लेयर मास्क तीन लाख 60 हजार की डिमांड भेजी गई है। फिलहाल संस्थान में लगभग तीन हजार एन-95 मास्क और 400 पीपीई किट उपलब्ध हैं। मंगलवार को इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन की संयुक्त बैठक हुई।
इसमें चंडीगढ़ मुख्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से सचेत किया गया। उपायुक्त आरएस वर्मा ने इसके बाद एडवाइजरी जारी कर दी। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा पीजीआईएमएस निदेशक डॉ. रोहतास कंवर यादव भी शामिल थे।
दरअसल, दिल्ली में नॉवेल कोरोना वायरस वुहान स्टेन (एनसीओवी) पॉजिटिव मिलने पर प्रदेश में हाई अलर्ट है। स्वास्थ्य विभाग ने बीमारी फैलने की आशंका को भांपते हुए नाको (नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन) को पत्र लिखकर अनुमति मांगी है कि वह पॉजिटिव मरीजों को जरूरत पड़ने पर एचआईवी की दवा देगा।
इसके साथ ही दिल्ली में मरीज की पुष्टि होने के साथ ही प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को हर स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त इंतजाम करने को भी कहा है। कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज सामने आने के बाद प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है।
55 डिग्री तापमान में मरता है वायरस
हेल्पलाइन और ई-मेल जारी
उपायुक्त आरएस वर्मा ने बुखार, खांसी या सांस लेने में तकलीफ होने की समस्या के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर 91-11 23978046 अथवा एनसीओवी2019एटजीमेलडॉटकाम पर संपर्क कर सकते हैं। इसी प्रकार प्रदेश स्तरीय हेल्प लाइन नंबर 85588-93911 अथवा जिला स्तरीय हेल्पलाइन नंबर 01262-281031 पर संपर्क किया जा सकता है।
सभी हेल्पलाइन नंबर सातों दिन 24 घंटे चालू रहेंगे और इन नंबरों पर कॉल करने पर फोन जरूर उठाया जाएगा। विदेश से आने वाले लोगों को सावधानी बरतना जरूरी है। यदि कोई व्यक्ति पिछले 15 दिनों से चीन से आया है या कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में रहा है तो वह 14 दिनों के लिए सबके साथ अपने संपर्क सीमित रखे और अलग कमरे में सोए। छींकते और खांसते समय नाक और मुंह को ढके।